सवालों के घेरे में देहरादून के स्पीड ब्रेकर, आधे घंटे के भीतर हुए 7 हादसे, PWD सचिव ने मुख्य अभियंता से मांगा जवाब
DEHRADUN: देहरादून में सड़क हादसों को रोकने के लिए जगह-जगह स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं, लेकिन ये स्पीड ब्रेकर अब नए हादसों की वजह बन रहे हैं। सोशल मीडिया पर घंटाघर के नजदीक बने स्पीड ब्रेकर के वीडियो वायरल हो रहे हैं। यहां पर स्पीड ब्रेकर बनते ही एक रात में 7 हादसे हो गए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ब्रेकर तो बना दिए गए, लेकिन मार्ग में कोई संकेतक नहीं लगाया गया।
अचानक स्पीड ब्रेकर लगाए जाने के बाद लोगों को इसकी जानकारी नहीं हो रही है। घंटाघऱ के समीप बने ऊंचे स्पीड ब्रेकर में एक के बाद एक 7 हादसे हो गए जिसमें कई लोग चोटिल हो गए। एक बच्चे के गिरने का वीडियो भी वायरल हो रहा है। स्मार्ट सिटी की जनसंपर्क अधिकारी प्रेरणा ध्यानी ने बताया कि निर्माण के साथ ही पेंट नहीं किया जा सकता, इसलिए बैरियर लगाकर रोड को बंद कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घंटाघर के समीप स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए स्पीडब्रेकर से मंगलवार को लगातार सात दुर्घटनाएं हो गई। जिसमे दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इस दौरान एक तीन साल का बच्चा भी बुरी तरह ज़ख़्मी हो गया। बच्चा बहुत सहम गया। वह अपने माता-पिता को पुकारता रहा। बाइक दुघर्टनाग्रस्त होते ही बच्चा अपनी मां के हाथ से छिटक गया। और दूर जाकर गिरा। जैसे ही उसे पिता उसे पास पहुंचे वह सिसकता हुआ अपने पिता के गले लग गया।
प्रशासन और लोनिवि प्रांतीय खंड की मशीनरी और लोनिवि प्रांतीय खंड की मशीनरी ने घंटाघर पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण कर दिया है। इससे पहले ओएनजीसी चौक पर स्पीड ब्रेक और जेब्रा क्रासिंग बनाई गई थी। ओएनजीसी चौक के स्पीड ब्रेकर पर भी कई लोग डगमगा रहे हैं। सड़क हादसों की खबरें आए दिन लोगों को डरा रही है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
उधर इन मामलों के सामने आने के बाद सचिव लोक निर्माणविभाग ने संबंधित इंजीनियर्स से इस बारे में जबाव तलब किया है। सचिव पंकज कुमार पांडे की ओर से प्रमुख अभियंता से पूछा गया है स्पीड ब्रेकर मानकों के अनुरूप क्यों नहीं बनाए गए? जनता की सुरक्षा को ध्यान में क्यों नहीं रखा गया? इस बारे में आप स्पष्टीकरण दें।