कुमाऊं से गढ़वाल तक सीजन की पहली बर्फबारी में बिछी बर्फ की मोटी चादर, सेब कास्तकारों, पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरे खिले
DEHRADUN: उत्तराखंड में सीजन की पहली बर्फबारी से पर्यटक यहा का रुख कर रहे हैं, वहां स्थानीय कारोबारी भी खुश नजर आ रहे हैं। रविवार औऱ सोमवार को बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, मसूरी, चकराता, हर्षिल से लेकर पिथौरागढ़ ,मुनस्यारी, नैनीताल, धानाचूली जैसी तमाम जगहों पर बर्फबारी हुई है। इससे जहां एक तरफ शीत लहर बढ़ गई है वहीं पर्यटक भ बडी तादात में बर्फ का लुत्फ लेने उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। बर्फबारी से होटल कारोबारियों और पर्यटन व्यवसायियों के भी चेहरे भी खिल गए हैं।
चार धामों का बर्फ से श्वेत श्रृंगार
गढ़वाल के उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली में ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई है। केदारनाथ धाम में रविवार से बर्फबारी का दौर लगातार जारी है। बदरीनाथ धाम ने भी बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बदरीनाथ धाम का अधिकतम तापमान -6° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -14° सेल्सियस चला गय। केदारनाथ धाम में अधिकतम तापमान -6° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -14° सेल्सियस पहुंच गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में रविवार को ही बर्फबारी हो गई , सोमवार को भी यहां बर्फ गिर रही है। यमुनोत्री धाम में भी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। यहां सर्दी के कारण गरूड़ गंगा का पानी भी जम जा रहा है
इसके अलावा हर्षिल घाटी भी बर्फ की चादर से ढक गई है। धनोल्टी, चकराता, चोपता, तुंगनाथ, मद्महेश्वर, दुगलबिट्टा, जोशीमठ, औली, नीति घाटी, देवाल घाटी में भी सीजन की पहली बर्फबारी देखी गई। पहाड़ो की रानी मसूरी के आसपास के इलाकों लाल टिब्बा, कैमल बैक रोड, अटल गार्डन आदि जगह बर्फबारी से पहाड़ों की रानी की खूबसूरती में चार चांद लग गए। चकराता औऱ हर्षिल में बर्फबारी से सेब कास्तकारों के चेहरे भी खिल गए हैं। समय पर बर्फबारी से सेब की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद जताई जा रही है।
कुमाऊं में भी स्नोफॉल
पिथारगढ़ के मुनस्यारी, आदि कैलाश के मार्ग पर अधिकतर जगहों पर बर्फबारी हुई है। मुनस्यारी घूमने पहुंचे पर्यटक बर्फबारी का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं। बर्फबारी के कारण थल मुनस्यारी मोटर मार्ग बंद हुआ है। आदि कैलाश का अधिकतम तापमान -21° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -31° सेल्सियस तक गिर गया है।
नैनीताल जिले के पहाड़पानी और धानाचूली में सोमवार सुबह साल की पहली बर्फबारी हुई। इस दौरान स्थानीय निवासियों के साथ ही किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली।
मौसम वैज्ञानिकों ने ऊंचाई वाले इलाकों में नौ दिसंबर को हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने के आसार जताए हैं। इसके चलते प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक तापमान गिरने से ठिठुरन और भी बढ़ सकती है।