दिल्ली से लौटते ही CM ने लिया आपदा के हालात का जायजा, प्रभावितों के पुनर्वास और शिक्षा के लिए खास नीति लाएगी सरकार
DEHRADUN: दिल्ली दौरे से लौटने के फौरन बाद सीएम पुष्कर धामी आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे और प्रदेश मे बारिश के कारण आपदा के हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी टिहरी एवं पौड़ी से फोन पर वार्ता कर इन जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल,मौसम विभाग ने प्रदेश के तमाम हिस्सों में अगले 24 घंटे के भीतर भारी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही 23 और 24 अगस्त को प्रदेश के 7 जिलों, टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, चम्पावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर में भारी बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार को भी तेज बारिश का दौर जारी है। इससे कई जगह नुकसान की आशंका है। लिहाजा स्थितियों का जायजा लेने के बाद सीएम धामी ने कहा कि पूरे प्रदेश के अंदर आपदा की स्थिति है,जगह जगह पर बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। हालांकि, अभी भी मानसून सक्रिय है और आगे रेड अलर्ट है। इसको देखते हुए तमाम जिलों के जिलाधिकारियों अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश में जहां भी आपदा आई है, वहां पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और प्रशासन की टीम ने कमान संभाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लाई जा रही है। बेघर हुए लोगों को पुनर्वास की व्यवस्था, उनके रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन बच्चों के लिए शिक्षा का इस योजना के तहत प्रबंध किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की परिसम्पति का प्रदेश को नुकसान हुआ है। भारत सरकार की टीम ने राज्य में हो रहे नुकसान का प्रारंभिक रूप में सर्वे भी किया है। आपदा से हो रहे नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य सरकार से भी भारत सरकार को पत्र भेजा रहा है।