केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का निधन, मैक्स अस्पताल में ली अंतिम सांस
DEHRADUN: केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का मंगलवार रात इलाज के दौरान मैक्स अस्पताल में निधन हो गया। रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन सफल नहीं होने से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था। दरअसल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान उनके साथ एक हादसा हो गया था, जिससे बाद से उनका स्वास्थ्य खराब बना हुआ था। 2021 में उनकेस्वास्थ्य में सुधार भी हुआ था जिसके बाद उन्होंने 2022 का चुनाव लड़ा था और फिर से राजनीति में सक्रिय हो गई थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से लगातार परेशानी से जूझने के बाद अस्पताल में भर्ती कराई गईं थी।
शैलारानी रावत पिछले दो दिन से मैक्स अस्पताल में वेंटिलेटर पर थीं। मंगलवार रात करीब 10.30 बजे उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। शैलारानी रावत के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत तमाम राजनीतिक लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शैलारानी का इस तरह जाना बेहद दुखद है, ये पार्टी के लिए भी बहुत बडी क्षति है। उका जीवन संघर्षों से भरा रहा, वे हमेशा क्षेत्र के विकास के लिए चिंतित रहती थी।
63 वर्षीय शैलारानी रावत के निधन से इलाके में शोक की लहर है। मैक्स अस्पताल में निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके देहरादून स्थित आवास पर ले जाया गया। बुधवार को सुबह उका पार्थिव शरीर भाजपा कार्यालाय में लाया गया जहां मुख्यमंत्री समेत तमाम भाजपाइयों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। शैलारानी का बुधवार को रुद्रप्रयाग में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शैलारानी रावत कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों से विधायक रह चुकी हैं। 2012 में शैलारानी कांग्रेस के टिकट से जीतकर विधानसभा पहुंची थीं। 2014 में हरीश रावत सरकार के खिलाफ जब 9 विधायक बागी हो गए, उनमें शैलारानी भी थी और कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गई थी। 2017 में उन्होंने केदारनाथ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गई। 2022 में पार्टी ने उन्हें फिर से केदारनाथ विधानसभा सीट से टिकट दिया और उन्होंने जीत दर्ज की।