उत्तराखंड को केंद्र से मिली कई सौगातें, विभिन्न योजनाओं के लिए 358 करोड़ जारी, पॉलीहाउस लगाने के लिए 280 करोड़ की स्वीकृति
DELHI/DEHRADUN: उत्तराखंड के लिए बुधवार को सौगातों भरा दिन रहा केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि और एक्वा पार्क स्थापना के लिए कुल 358 करोड़ की राशि स्वाकृत की है। इसके अलावा केंद्र ने प्रदेश में नाबार्ड के तहत क्लस्टर आधारित पॉलीहाउस स्थापना हेतु 280 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार का आभार जताया है। centre aprroves polyhouse scheme worth 280 crore for uttarakhand release 358 crore for other projetcs
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हेतु प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री का आभार प्रकट किया है। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष लगाव किसी से छिपा नहीं है। यही वजह है कि समय-समय पर केंद्र द्वारा उत्तराखंड को अलग-अलग मदों में सहायता प्रदान की जाती है।
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तराखण्ड को 118.91 करोड़ रूपये की धनराशि की स्वीकृति एवं भुगतान के आदेश जारी किये गए हैं। राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत सरकार द्वारा गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों के बुजुर्गों, विधवाओं एवं दिव्यांगों की सहायता के लिए धनराशि दी जाती है। इसी तरह, केंद्र ने उत्तराखण्ड को केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (CRIF) योजना के “सेतुबंधन” के तहत ₹193.92 करोड़ की लागत के 6 रोड ओवर ब्रिज के निर्माण कार्यों की स्वीकृति भी प्रदान की है। इनके निर्माण से प्रदेश के विकास को एक नई गति मिलेगी।
सितारगंज में बनेगा एक्वा पार्क
केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत उधमसिंह नगर के सितारगंज में इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क (Integrated Aqua Park) की स्थापना के लिए 44 करोड़ 50 लाख लागत की योजना को मंजूरी दी है। इसमें केन्द्र सहायतित योजना में केंद्र का अंशदान 40 करोड़ 05 लाख रुपए रहेगा। एक्वापार्क के तहत विभिन्न मात्स्यिकी विकास की गतिविधियो को जोड़ा जायेगा जिसमें 01-01 पंगेशियस एवं तिलैपिया हैचरी, बायोफ्लॉक यूनिट रीसर्कुलेशन यूनिट (आरएएस), ऑरनामेंटल फिशरीज हैचरी एवं रियरिंग यूनिट प्रसंस्करण यूनिट, प्रशिक्षण केन्द्र, इन्क्युबेशन सेन्टर, क्वांरटीन यूनिट आदि कार्य किये जायेगे । एक्वापार्क से एक वर्ष में उत्तम गुणवत्तायुक्त 1.8 करोड मत्स्य बीज का उत्पादन 250 मेट्रिक टन मछलियों का उत्पादन 2800 टन मछलियों का प्रसंस्करण आदि कार्य किये जायेगे। एक्वापार्क की स्थापना होने पर प्रारम्भिक वर्ष में 5815 व्यक्ति/मत्स्य पालक जबकि योजना के दसवे वर्ष से प्रति वर्ष 10445 व्यक्तियो को लाभ मिलेगा।
18 हजार पॉलीहाउस के लिए 280 करोड़ स्वीकृत
केंद्र सरकार ने नाबार्ड के तहत सब्जियों एवं फूलों की संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए 18 हजार कलस्टर आधारित पॉलीहाउस की स्थापना का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। क्लस्टर आधारित पॉलाहाउस स्थापना पर 280 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसमें से 80 फीसदी नाबार्ड द्वारा औऱ बाकी 20 फीसदी किसानों का अंश शामिल रहेगा।
18 हजार पॉलीहाउस की स्थापना से राज्य में फल उत्पादन 7.50 लाख मीट्रिक टन हो जाएगा। 18 हजार पॉलीहाउस में से 6 हजार पॉलीहाउस में पुष्पों का उत्पादन कर वर्तमान में उत्पादित 30.22 करोड़ कटफ्लावर से बढ़कर लगभग 37 करोड़ कटफ्लावर का उत्पादन होगा, जिसमें पुष्पों के उत्पादन में लगभग 25 प्रतिशत की प्रतिवर्ष वृद्धि होगी। राज्य में उत्पादित सब्जियों एवं पुष्पों की बिक्री हेतु स्थानीय मण्डियों के साथ-साथ दिल्ली, चण्डीगढ़, लखनऊ की मण्डियों में भी ताजे एवं गुणवत्तायुक्त उत्पाद समय से पहुंचने के कारण उचित मूल्य प्राप्त होगा। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सब्जी एवं पुष्पों की खेती से कृषकों की आय प्राप्त होने से सामाजिक एवं आर्थिक वृद्धि से पलायन में कमी आएगी। राज्य में सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि होने से सब्जियों एवं पुष्पों के आयात में कमी होगी। इन 18 हजार पॉलीहाउस के अन्तर्गत प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 01 लाख लोगों को स्वरोजगार प्राप्त होगा।