फूलों की घाटी ट्रैक पर पैदल पुल बहा, फंसे हुए 189 पर्यटकों का वैकल्पिक पुल बनाकर किया गया रेस्क्यू
CHAMOLI: विश्वप्रसिद्ध फूलों की घाटी ट्रैक पर गुरुवार को तेज बारिश और गधेरे में उफान के बाद पैदल पुल बह गया। जिससे 189 पर्यटक रास्ते में फंस गए। एसडीआरएफ व नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन की टीम ने एक अस्थायी पुल बनाकर सभी पर्यटकों का सुरक्षित रेस्क्यू किया।
फूलों की घाटी रेंज की वन क्षेत्र अधिकारी चेतना कांडपाल ने बताया कि गुरुवार दोपहर में फूलों की घाटी ट्रैक पर एक पुल के टूटने से बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे होन की सूचना मिली। स्थानीय पुलिस और वन विभाग के कर्मियों की मदद से तत्काल बचाव अभियान चलाया गया और कुछ घंटों में सभी 189 पर्यटकों को सुरक्षित बचा लिया गया। फंसे हुए पर्यटक महाराष्ट्र, दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य राज्यों से थे।
एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह पुलिस चौकी घांघरिया ने एसडीआरएफ टीम को सूचित किया कि फूलों की घाटी मार्ग पर पड़ने वाले गदेरे पर बने वैकल्पिक पुल के बहने के कारण कुछ यात्री फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
फूलों की घाटी यात्रा मार्ग पर गदेरे में जलस्तर अधिक होने के कारण यात्रियों को गदेरा पार करने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर वैकल्पिक पुल का निर्माण करते हुए वहां उपस्थित सभी यात्रियों को सकुशल गदेरा पार कराया गया। दुर्लभ प्रजाति के पौधों और जानवरों की विविधता के लिए प्रसिद्ध फूलों की घाटी 3505 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह घाटी हर साल बड़ी संख्या में ट्रैकर्स और यात्रियों को आकर्षित करती है, जो इसकी प्राकृतिक भव्यता से अभिभूत होते हैं।