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बेटे-बहू के साथ प्रयागराज गई उत्तराखंड की महिला की महाकुंभ भगदड़ में मौत, सरकार ने जारी किया टोल फ्री नंबर
DEHRADUN: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर मची भगदड़ में 17 श्रद्धालुओं की मौत की खबर है। मृतकों में उत्तराखंड की एक महिला भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि अफवाह के चलते ये हदसा हुआ। हादसे में 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनापर दुख जताया है, साथ ही प्रयागराज महाकुंभ में उत्तराखंड के श्रद्धालुओं के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है।
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ स्नान के लिए लाखों लोगों की भीड़ प्रयागराज में उमड़ी थी। मंगलवार-बुधवार की रात 1.30 बजे के आसपास संगम के नजदीक एक अफवाह के चलते भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। लोग एक दूसरे को कुचलते हुए बढ़ने लगे। इससे हालात बिगड़ गए। संगम तट पर से एंबुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जिला प्रशासन के मुताबिक हादसे में 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। हादसे में 17 लोगों की मौत की भी खबर है हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
उत्तराखंड की महिला की मौत
प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा निवासी एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार किच्छा से सोमवार रात को महाकुंभ के लिए तीन बसों में 250 श्रद्धालु रवाना हुए थे। इन्हीं बस में सवार एक एक महिला गुड्डी देवी (57) निवासी वार्ड 3, की बीती रात प्रयागराज में मची भगदड़ में कुचल जाने से मौत हो गई है। महिला अपने बेटे और बहू के साथ कुंभ स्नान के लिए गई थी, जब भगदड़ मची तो महिला अपने बेटे और बहु से अलग हो गई। जिसका शव आज सुबह बरामद हुआ है। फिलहाल प्रशासन ने अभी महिला का शव परिजनों को नहीं सौंपा है। सुबह उनके साथ गए उनके पुत्र ने घर पर फोन करके जानकारी दी। हादसे के बाद से परिवार में कोहराम मच गया है।
टोल फ्री नंबर जारी
उत्तराखंड सरकार ने इस हादसे को देखते हुए एक टोल फ्री नंबर जारी किया है, ताकि प्रयागराज में गए उत्तराखंड के लोगों को किसी तरह की कोई भी सहायता की आवश्यकता हो तो वह इस नंबर पर कॉल सकें। ये टोल फ्री नंबर हैं, 1070, 8218867005, 90584 41404 । कोई भी व्यक्ति इन नंबरों पर कॉल कर किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही राज्य सरकार की तरफ से अपील भी की जा रही है कि अधिक भीड़ होने पर भक्त जहां हैं, वहीं पर स्नान कर लें लेकिन अपनी जान जोखिम ने ना डालें।