उपचुनाव के लिए बदरीनाथ, मंगलौर में वोटिंग जारी, मंगलौर में हिंसक झड़प के बीच फायरिंग की घटना
CHAMOLI/HARIDWAR: उत्तराखंड की बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। बदरीनाथ में मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है लेकिन मंगलौर में वोटिंग के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई है। सुबह 11 बजे तक मंगलौर में 26.99% तथा बदरीनाथ में 21.20% मतदान हो चुका है।
चमोली जिले की बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव कांग्रेस के विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफे और उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद कराए जा रहे हैं। इसी सीट पर कांग्रेस से सीटिंग विधायक रहे राजेंद्र भंडारी अब बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं।जबकि, कांग्रेस से वरिष्ठ नेता लखपत बुटोला मैदान में उतरे हैं. ऐसे में बदरीनाथ सीट पर बीजेपी के राजेंद्र भंडारी और कांग्रेस के लखपत बुटोला के बीच टक्कर है। मंगलौर विधायक रहे सरवत करीम अंसारी के निधनमम से ये सीट खाली हुई है यहां कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन और भाजपा के करतार सिंह भड़ाना के बीच मुख्य मुकाबला है। यहां बीजेपी एक बार भी जीत हासिल नहीं कर पाई है. लिहाजा, बीजेपी के लिए यह सीट चुनौती बनी हुई है।
मंगलौर में हिंसक झड़प
मंगलौर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान जारी है। इसी बीच मंगलौर के लिब्बरहेड़ी गांव से हिंसक झड़प की खबर आई है। यहां वोट डालने को लेकर आपस में दो दलों के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हो गई। जानकारी के मुताबिक, लिब्बरहेड़ी गांव के बूथ नंबर 53-54 पर बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। दोनों ओर से जमकर लाठी डंडे चले। इस मारपीट में कई लोग घायल हुए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन भी वहां पहुंचे और घायलों को साथ लेकर अस्पताल के लिए निकले। हिंसा की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और किसी तरह मामले को शांत किया. सभी घायलों को उपचार के लिए रुड़की सिविल अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि लिब्बरहेड़ी गांव में एक पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से करीब 11 से 12 राउंड फायरिंग की गई है। गोली लगने से कई ग्रामीण घायल हुए हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है- शर्मनाक घटना उत्तराखंड भाजपा सरकार में लोकतंत्र के पर्व वोटिंग के दौरान ऐसा माहौल होना भाजपा सरकार की विफलता को दर्शाता है। कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन जी घायलों की मदद कर उनको अस्पताल पहुंचने का कार्य कर रहे है, शासन प्रशासन सो रहा है।