बच्चों तक किताब पहुंचाने की नायाब मुहिम को PM ने सराहा, मन की बात कार्यक्रम में की घोड़ा लाइब्रेरी की तारीफ
DELHI/NAINITAL: देवभूमि डायलॉग की खबर का एक और जोरदार असर हुआ है। हमने पहाड़ के जिस युवा की ख़बर दिखाई, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उसकी तारीफ की है। नैनीताल में दुर्गम इलाकों तक घोड़े के जरिए किताबें पहुंचाने की पहाड़ी युवा की नायाब पहल को प्रधानमंत्री मोदी ने भी सराहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में नैनीताल की घोडा लाइब्रेरी का जिक्र किया और इसे संचालित करने वाले युवाओं की जमकर सराहना की।
बता दें कि नैनीताल के कुछ युवाओं शुभन बधानी और अन्य ने दुर्गम इलाकों के बच्चों के किताबें पहुंचाने की अनोखी घोड़ा लाइब्रेरी की शुरुआत की है। बेशक गर्मियों की छुट्टियों में बच्चे विद्यालयों से दूर रहे, लेकिन पुस्तकें बच्चों से दूर नहीं रही। कोटाबाग ब्लॉक में जब बरसात में रास्ते टूट जाते हैं, सड़कें टूट जाती हैं, तो घोड़े के जरिए गांव गांव तक किताबें पहुंचाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में घोडा लाइब्रेरी” का जिक्र करते हुए कहा कि घोड़े की मदद से किताबों को दुर्गम मार्गों से होकर गांव-गांव तक पहुंचाने का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में ‘घोडा लाइब्रेरी’ जैसी अनूठी पहल एक प्रशंसनीय प्रयास है, लाइब्रेरी संचालकों और स्थानीय लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं!
देवभूमि डायलॉग ने युवाओं की इस नायाब पहल को देश दुनिया को धिकाया था। देवभूमि डायलॉग से बातचीत में हिमोत्थान संस्था के शुभम बधानी ने कहा कि दूरस्थ पर्वतीय गांवों (तल्ला जलना, मल्ला जलना, मल्ला बाघनी, सल्वा एवं बदनधुरा) में जहां ना सड़क हैं, ना जाने की अन्य कोई सुविधाएं, कुछ पगडंडी रास्ते हैं, लेकिन वो भी भूस्खलन की मार झेल रहे हैं। ऐसे में हिमोत्थान टाटा ट्रस्ट द्वारा पर्वतीय गांव बाघनी, छड़ा, सल्वा, जलना के युवाओं एवं स्थानीय शिक्षा प्रेरकों की मदद से घोड़ा लाइब्रेरी की शुरुआत की गई। प्रत्येक 4-5 दिन के अंतराल में दुर्गम पर्वतीय ग्राम तोकों में घोड़ा लाइब्रेरी के माध्यम से पुस्तकें उपलब्ध कराई गई। इस पहल में शिक्षा प्रेरक सुभाष बधानी, स्थानीय लोग हरीश बधानी, मनोज बधानी, रवि रावत, शरद बधानी, कौशल कुमार आदि का विशेष योगदान रहा।