चारधाम यात्रा से परहेज करें हार्ट पेशेंट, अब तक चारों धामों में 56 यात्रियों की मौत, सबसे ज्यादा 27 मौत केदारनाथ में
DEHRADUN: चारधाम यात्रा पर कमजोर स्वास्थ्य वाले श्रद्धालुओं की कड़ी परीक्षा हो रही है। यात्रा शुरू होने के 16 दिन में चारों धामों में 56 तीर्थयात्रियों ने दम तोड़ दिया। इसमें 50 साल से अधिक आयु के 40 यात्री शामिल हैं। हार्टअटैक और पल्मोनरी एडिमा यानी फेफड़ों में तरल पदार्थ की मात्रा अधिक होने के कारण 47 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। केदारनाथ धाम के यात्रा मार्ग पर सबसे अधिक 27 यात्रियों की अब तक मौत हो चुकी है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में ठंड के साथ ही ऑक्सीजन की कमी बनी रहती है। जिससे यात्रियों को सांस से संबंधित दिक्कतें आती है। 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में 16 दिनों में हृदय गति रुकने, पल्मोनरी एडिमा, हाईपोथर्मिया और सिर पर गंभीर चोट से 56 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। जिसमें से सबसे अधिक केदारनाथ धाम में 27, बदरीनाथ धाम में 14, यमुनोत्री धाम में 12 और गंगोत्री धाम में 3 श्रद्धालुओं की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य को लेकर एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय प्रत्येक एक से दो घंटे के बाद पांच से 10 मिनट तक विश्राम करें। यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर साथ में रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री जरूरी दवा और डॉक्टर का नंबर पास रखें। यात्रा के दौरान सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या मेडिकल रिलीफ केंद्र में प्राथमिक उपचार लें।
श्रद्धालुओं की नियमित स्क्रीनिंग
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने कहा कि, मृतकों में अधिकांश यात्री 60 वर्ष से अधिक के हैं। ज्यादातर की मौत हृदय गति रुकने से हुई हैं। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की नियमित स्क्रीनिंग की जा रही है। स्वास्थ्य जांच में जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, उन्हें डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह दे रहे हैं। इसके बाद भी कोई यात्रा पर जा रहा है, तो उनसे लिखित में फार्म भरवाने की कार्रवाई की जा रही है।
अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ तैनात
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर विनीता शाह ने बताया कि चारधाम यात्रा में बीते साल के मुकाबले इस वर्ष 25 फीसदी अधिक मेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है। चारधाम यात्रा के दौरान बीते साल जिस तरह के मामले सामने आए थे, उनको ध्यान में रखते हुए ही मेडिकल स्टाफ को इस बार ट्रेनिंग दी गई है और उसके बाद ही फील्ड में भेजा गया है।